Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 19: वायु एवं जल-प्रदूषण की समस्या

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SubjectScience
Chapter19. वायु एवं जल-प्रदूषण की समस्या
ClassEight
CategoryBihar Board Class 8 Solutions

Bihar Board Class 8 Science Solutions Chapter 19

वायु एवं जल-प्रदूषण की समस्या

अभ्यास

प्रश्न 1. प्रदूषण क्या है?

उत्तर: प्रदूषण प्राकृतिक वातावरण में अवांछित पदार्थों का प्रवेश है जो वायु, जल, मिट्टी और अन्य प्राकृतिक संसाधनों को दूषित करते हैं। यह मानव स्वास्थ्य, पारिस्थितिकी तंत्र और प्राकृतिक संसाधनों के लिए हानिकारक होता है।

प्रदूषण के मुख्य प्रकार:

  • वायु प्रदूषण: वायु में हानिकारक गैसों, धूल, धुंआ और अन्य कणों का प्रवेश।
  • जल प्रदूषण: जल में हानिकारक रसायनों, कचरे, और अन्य अशुद्धियों का प्रवेश।
  • मिट्टी प्रदूषण: मिट्टी में हानिकारक रसायनों, कचरे, और अन्य अशुद्धियों का प्रवेश।
  • ध्वनि प्रदूषण: तेज आवाज का प्रवेश जो मानव स्वास्थ्य और मनोवैज्ञानिक स्थिति को प्रभावित करता है।

प्रश्न 2. क्या स्वच्छ पारदर्शी जल सदैव पीने लायक है? इस पर टिप्पणी कीजिए।

उत्तर: नहीं, स्वच्छ पारदर्शी जल सदैव पीने लायक नहीं होता है। जल में कई हानिकारक रसायन, जीवाणु और अन्य अशुद्धियां घुली हो सकती हैं जो दिखाई नहीं देती हैं।

जल पीने योग्य होने के लिए:

  • यह रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन होना चाहिए।
  • इसमें हानिकारक रसायन, जीवाणु और अन्य अशुद्धियां नहीं होनी चाहिए।
  • यह पीएच मान (pH value) के मानकों के अनुरूप होना चाहिए।

जल की शुद्धता का परीक्षण:

  • जल की शुद्धता का परीक्षण करने के लिए विभिन्न किट उपलब्ध हैं।
  • जल की शुद्धता का परीक्षण प्रयोगशाला में भी कराया जा सकता है।

जल को शुद्ध करने के उपाय:

उबालना: पानी को उबालने से कई हानिकारक जीवाणु नष्ट हो

प्रश्न 3. क्या आपके आस-पास स्वच्छ जल की आपूर्ति हो रही है? इस पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: मेरे आस-पास स्वच्छ जल की आपूर्ति की स्थिति जटिल है। कुछ क्षेत्रों में, स्वच्छ जल आसानी से उपलब्ध है, जबकि अन्य क्षेत्रों में, यह एक बड़ी चुनौती है।

स्वच्छ जल की उपलब्धता के लिए:

  • सरकारी योजनाएं: सरकार द्वारा नल का जल, जल शुद्धिकरण संयंत्र, और अन्य योजनाएं लागू की गई हैं।
  • जल संरक्षण: लोगों द्वारा वर्षा जल संग्रहण, जल का पुन: उपयोग, और जल संरक्षण की अन्य तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।

स्वच्छ जल की कमी के कारण:

  • प्रदूषण: औद्योगिक और घरेलू अपशिष्ट जल, कृषि रसायनों, और अन्य प्रदूषकों से जल स्रोतों का प्रदूषण।
  • अत्यधिक जल निकासी: भूजल स्तर में कमी और जल स्रोतों का सूखना।
  • असमान वितरण: कुछ क्षेत्रों में, जल की कमी अधिक गंभीर है, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में।

निष्कर्ष:

स्वच्छ जल की उपलब्धता एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। हमें जल संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण, और जल संसाधनों के बेहतर प्रबंधन के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है।

प्रश्न 4. शुद्ध वायु और प्रदूषित वायु में क्या अंतर है?

उत्तर:

प्रश्न 5. अम्ल वर्षा कैसे होती है? टिप्पणी कीजिए इसके प्रभाव की चर्चा कीजिए।

उत्तर:

अम्ल वर्षा:

  • वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड जैसे प्रदूषकों की उपस्थिति
  • इन प्रदूषकों का जल वाष्प के साथ मिलकर सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड बनाना
  • वर्षा के साथ इन अम्लों का पृथ्वी पर गिरना

प्रभाव:

पर्यावरण:

  • वनस्पतियों और जीवों को नुकसान
  • मिट्टी की उर्वरता में कमी
  • जल स्रोतों का प्रदूषण

मानव स्वास्थ्य:

  • श्वसन संबंधी बीमारियां
  • एलर्जी
  • त्वचा रोग

इमारतों और संरचनाओं को नुकसान:

  • संगमरमर और चूना पत्थर का क्षरण
  • धातुओं का जंग लगना

निष्कर्ष:

अम्ल वर्षा एक गंभीर पर्यावरणीय समस्या है। हमें प्रदूषण को कम करने के लिए मिल

प्रश्न 6. निम्नलिखित में से कौन-सी पौध घर गैस है।
(क) कार्बन डाइऑक्साइड
(ख) सल्फर डाइऑक्साइड
(ग) मिथेन
(घ) नाइट्रोजन
उत्तर- (क) कार्बन डाइऑक्साइड

प्रश्न 7. ताजमहल की सुन्दरता को ग्रहण लग रहा है। इस पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: ताजमहल की सुंदरता को कई खतरों से जूझना पड़ रहा है, जिनमें शामिल हैं:

  • वायु प्रदूषण:
    आगरा शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण ताजमहल का संगमरमर धीरे-धीरे क्षरण हो रहा है।
  • अम्लीय वर्षा:
    वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण अम्लीय वर्षा होती है, जो ताजमहल के संगमरमर को नुकसान पहुंचाती है।
  • पर्यटकों की संख्या:
    ताजमहल हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है। पर्यटकों द्वारा छोड़े गए कचरे और उनके पैरों से लगने वाले दबाव से ताजमहल को नुकसान होता है।
  • यमुना नदी का प्रदूषण:
    यमुना नदी का प्रदूषण ताजमहल के लिए एक बड़ा खतरा है। नदी में बहने वाले गंदे पानी से ताजमहल की नींव कमजोर हो रही है।
  • इन खतरों से निपटने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं:
  • वायु प्रदूषण को कम करने के लिए:
    सरकार वाहनों से निकलने वाले धुएं को कम करने के लिए कई उपाय कर रही है।
  • अम्लीय वर्षा को कम करने के लिए:
    सरकार उद्योगों से निकलने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए कई उपाय कर रही है।
  • पर्यटकों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए:
    सरकार ताजमहल में पर्यटकों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय कर रही है।
  • यमुना नदी को साफ करने के लिए:
    सरकार यमुना नदी को साफ करने के लिए कई उपाय कर रही है।

यह महत्वपूर्ण है कि हम इन प्रयासों में सरकार का समर्थन करें ताकि ताजमहल की सुंदरता को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित किया जा सके।

प्रश्न 8. जल की उपयोगिता बताइए इसका शुद्धीकरण कैसे किया जाता है?

उत्तर:

जल की उपयोगिता:

  • जल जीवन के लिए आवश्यक है।
  • जल का उपयोग पीने, खाना बनाने, स्नान करने, कपड़े धोने, और कृषि के लिए किया जाता है।
  • जल औद्योगिक गतिविधियों के लिए भी आवश्यक है।

जल का शुद्धीकरण:

  • उबालकर
  • छानकर
  • ब्लीचिंग पाउडर मिलाकर
  • फिटकिरी से इत्यादि।

प्रश्न 9: यदि हम प्रदूषित जल पीयें तो क्या होगा?

उत्तर: प्रदूषित जल पीने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे:

  • पेट की बीमारियां: हैजा, पेचिश, उल्टी, दस्त
  • त्वचा की बीमारियां: खुजली, जलन, एलर्जी
  • श्वसन संबंधी बीमारियां: खांसी, सांस लेने में तकलीफ
  • कैंसर: कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है

इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि हम केवल शुद्ध जल का ही उपयोग करें।

प्रश्न 10. सही कथन पर (T) तथा गलत कथन पर (F) लगाइए।

  1. संसार की 25% जनसंख्या को निरापद पेयजल नहीं मिला।
  2. गर्म जल भी एक प्रदूषक होता है।
  3. जुलाई माह में प्रतिवर्ष वन महोत्सव मनाया जाता है।
  4. अम्लीय वर्षा खेतों की मिट्टी को प्रभावित करता है।

उत्तर-

  1. T
  2. F
  3. T
  4. T

प्रश्न 11. वायु प्रदूषण रोकने के उपाय बताइए।

उत्तर-

वायु-प्रदूषण को रोकने के उपाय

  • वाहनों को अच्छी हालात में रखने से।
  • ईंधन रहित वाहन चलाने से।
  • घरों में धुआँ रहित चूल्हा प्रयोग करने से ।
  • सौर ऊर्जा के प्रयोग से ।
  • पवन ऊर्जा के प्रयोग से।
  • ज्वारीय ऊर्जा के प्रयोग से।
  • इंजन में ऐसी व्यवस्था ताकि ईंधन का पूर्णतः दहन हो सके।
  • गाड़ियों में उत्प्रेरक परिवर्त्त लगाने से ।
  • अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाकर इत्यादि ।

प्रश्न 12. रेखाचित्र द्वारा पौध घर प्रभाव को दर्शाइए।

उत्तर-

प्रश्न 13. कणिकाओं द्वारा होने वाले प्रदूषण की चर्चा कीजिए।

उत्तर: वायुमंडल में गैसों के अलावा ठोस पदार्थ भी मौजूद होते हैं जो हवा में तैरते रहते हैं। इन कणिकाओं का व्यास 0.02 से 100 माइक्रोमीटर तक होता है। कणिकाओं के अत्यधिक समय तक वायु में निलंबित रहने से दृश्यता कम हो जाती है और धुंध पैदा होती है।

कणिकाओं के प्रदूषण के स्रोत:

  • औद्योगिक गतिविधियां: इस्पात निर्माण, खनन, ताप विद्युत संयंत्र, सीमेंट उद्योग
  • वाहन: वाहनों से निकलने वाला धुआं
  • जंगलों की आग: जंगलों में लगी आग से निकलने वाला धुआं
  • धूल और मिट्टी: हवा में उड़ने वाली धूल और मिट्टी
  • निर्माण कार्य: निर्माण कार्यों से निकलने वाला धूल

कणिकाओं के प्रदूषण के प्रभाव:

  • श्वसन संबंधी बीमारियां: कणिकाओं को सांस लेने से अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, और फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
  • हृदय संबंधी बीमारियां: कणिकाओं को सांस लेने से हृदय रोग, स्ट्रोक, और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां हो सकती हैं।
  • दृश्यता में कमी: कणिकाओं के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे सड़क दुर्घटनाएं और हवाई यात्रा में बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं।
  • जलवायु परिवर्तन: कणिकाएं सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करती हैं, जिससे पृथ्वी का तापमान कम होता है।


कणिकाओं के प्रदूषण को कम करने के उपाय:

  • औद्योगिक उत्सर्जन को कम करना: औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण नियंत्रण उपकरणों का उपयोग करना।
  • वाहनों से निकलने वाले धुएं को कम करना: वाहनों को नियमित रूप से सर्विसिंग करवाना और उत्सर्जन मानकों का पालन करना।
  • जंगलों की आग को रोकना: जंगलों की आग को रोकने के लिए उचित उपाय करना।
  • धूल और मिट्टी को नियंत्रित करना: सड़कों को साफ रखना और निर्माण कार्यों में धूल को नियंत्रित करने के उपाय करना।

14. भोपाल गैस कांड क्या है?

उत्तर: 2 और 3 दिसंबर 1984 की रात को, भोपाल में स्थित यूनियन कार्बाइड फैक्टरी से मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) नामक जहरीली गैस का रिसाव हुआ। यह गैस सांस के साथ लोगों के फेफड़ों में चली गई, जिससे हजारों लोगों की मृत्यु हो गई और हजारों लोग अपंग हो गए। इस घटना को भोपाल गैस कांड के नाम से जाना जाता है।

भोपाल गैस कांड के कारण:

  • फैक्टरी में सुरक्षा मानकों की कमी: यूनियन कार्बाइड फैक्टरी में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था।
  • गैस रिसाव का पता लगाने में देरी: गैस रिसाव का पता लगाने में देरी हुई, जिससे लोगों को बचाने का समय नहीं मिला।
  • सरकारी व्यवस्था की कमी: सरकार की ओर से लोगों को बचाने और घटना पर नियंत्रण पाने के लिए उचित व्यवस्था नहीं की गई थी।

भोपाल गैस कांड के प्रभाव:

  • हजारों लोगों की मृत्यु और अपंगता: इस घटना में हजारों लोगों की मृत्यु हो गई और हजारों लोग अपंग हो गए।
  • पर्यावरण पर प्रभाव: MIC गैस के रिसाव से पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा।
  • सामाजिक प्रभाव: भोपाल गैस कांड ने लोगों के स्वास्थ्य और जीवन पर गहरा प्रभाव डाला।

प्रश्न 15: पृथ्वी को बचाने के लिए पर्यावरण संरक्षण आवश्यक है। इस पर प्रकाश डालिए।

उत्तर: पृथ्वी एक अनमोल ग्रह है जो जीवन का आधार है। यह ग्रह हमें हवा, पानी, भोजन और अन्य सभी आवश्यक संसाधन प्रदान करता है।

पर्यावरण संरक्षण का अर्थ है कि हम अपने आसपास के वातावरण को स्वस्थ और सुरक्षित रखने के लिए प्रयास करें। यह प्रयास कई कारणों से आवश्यक है:

  1. प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण:

पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं। यदि हम इनका अंधाधुंध उपयोग करते रहे, तो वे जल्द ही समाप्त हो जाएंगे। पर्यावरण संरक्षण हमें इन संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करने और उन्हें भविष्य के लिए बचाने में मदद करता है।

  1. प्रदूषण को कम करना:

मानवीय गतिविधियों से वायु, जल और मिट्टी का प्रदूषण बढ़ रहा है। यह प्रदूषण मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हानिकारक है। पर्यावरण संरक्षण हमें प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण को स्वच्छ रखने में मदद करता है।

  1. जलवायु परिवर्तन से लड़ना:

जलवायु परिवर्तन आज दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। पर्यावरण संरक्षण हमें जलवायु परिवर्तन से लड़ने और इसके प्रभावों को कम करने में मदद करता है।

  1. जैव विविधता का संरक्षण:

पृथ्वी पर लाखों प्रकार के जीव-जंतु और वनस्पतियां हैं। जैव विविधता पृथ्वी के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। पर्यावरण संरक्षण हमें जैव विविधता का संरक्षण करने और प्रकृति के साथ संतुलन में रहने में मदद करता है।

पर्यावरण संरक्षण के लिए हम सभी अपना योगदान दे सकते हैं। हम कुछ सरल उपाय करके पर्यावरण को बचाने में मदद कर सकते हैं, जैसे:

  • पानी और बिजली का कम उपयोग करना
  • प्लास्टिक का उपयोग कम करना
  • पेड़ लगाना
  • सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना
  • रीसाइक्लिंग और पुन: उपयोग करना

पर्यावरण संरक्षण हमारा सामूहिक दायित्व है। यदि हम सब मिलकर प्रयास करें, तो हम पृथ्वी को बचा सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित ग्रह बना सकते हैं।

यहाँ कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें हैं:

  • पर्यावरण संरक्षण के लिए शिक्षा और जागरूकता महत्वपूर्ण है।
  • सरकारों को पर्यावरण संरक्षण के लिए नीतियां बनानी चाहिए और उन्हें लागू करना चाहिए।
  • उद्योगों को पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों का उपयोग करना चाहिए।
  • हमें यह समझना होगा कि पर्यावरण संरक्षण केवल सरकार या उद्योगों का काम नहीं है। यह हम सबकी जिम्मेदारी है। यदि हम सब मिलकर प्रयास करें, तो हम पृथ्वी को बचा सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित ग्रह बना सकते हैं।

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